ज्ञान ही एक ऐसा शस्त्र है, जिससे व्यक्ति पूरी दुनिया में विजय पा सकता है। ज्ञान का प्रकाश पूरे संसार को अंधकार से रोशनी प्रदान करता है। जीवन के प्रत्येक मोड़ पर केवल ज्ञान की हमारा सहारा होता है, लेकिन इसका प्रकाश प्रत्येक व्यक्ति के जीवन पर नहीं पड़ता है, क्योंकि ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती माता हैं और केवल उन्हीं की कृपा से अज्ञानता का विनाश होता है और व्यक्ति का जीवन ज्ञान रूपी प्रकाश से भर जाता है। सरस्वती माता की कृपा के लिए किसी भी दिन भक्तियुक्त होकर उनकी उपासना कर सकते हैं, लेकिन माता की विशेष कृपा पाने के लिए बसन्त पंचमी के दिन उनकी उपासना करनी चाहिए। क्योंकि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन सरस्वती माता का आविर्भाव हुआ था। इस विशेष अवसर पर समस्त विद्यार्थी, शिक्षक एवं भक्तजन माता की पूजा अर्चना करते हैं और बौद्धिक विकास का आशीर्वाद माता से पाते हैं। बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की पूजा क्यों की जाती है? माघ मास की शुक्ल पंचमी को बसंत ऋतु का आगमन हो जाता है, जिसे बसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता सरस्वती ब्रह्म देव क...